राजस्थान विश्वविद्यालय में अपेक्स व उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी का कब्जा
अध्यक्ष पद पर परिषद के मनीष यादव और उपाध्यक्ष पर इसी गुट की मीनाक्षी मीणा विजयी रही। जबकि एनएसयूआई के बागी माने जा रहे निर्दलीय मुकेश भाकर अध्यक्ष पद दूसरे नम्बर पर रहे। जबकि इस पर एनएसयूआई प्रत्याशी स्पर्धा चौधरी तीसरे नंबर पर रही। कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई के नरसी कराड ने महासचिव पद हासिल किया है।
उपाध्यक्ष पद पर निर्दलीय एकता दीक्षित और संयुक्त सचिव पद पर एनएसयूआई की बागी नेहा लोकवानी विजयी रही। मनीष यादव को मुकेश ने मतों की गिनती में अंतिम वक्त तक कड़ी टक्कर दी। मनीष ने 217 वोटों के अंतर से यह जीत दर्ज की। एबीवीपी ने छह साल बाद एनएसयूआई से यह हक छीना है।
इससे पहले वर्ष 2004 में एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद जीता था। राजस्थान विश्वविद्यालय और उसके संघटक कालेजों में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर आज आठ बजे से शुरू हुए मतदान में करीब 35 फीसदी छात्रों ने ही वोट डाले। सबसे पहला नतीजा महारानी कालेज में एनएसयूआई की शीतल राठौड़ के नाम खुला।
उन्होंने अपने निकटम आंचल शर्मा को 400 वोटों से हराया। इसी तरह महाराजा कॉलेज में बाबूलाल चौधरी, राजस्थान कॉलेज में करण जाट और कॉमर्स कालेज में मनोज कुमार अध्यक्ष पद पर विजयी रहे। मतदान को लेकर शहर में आज दिनभर गहमागहमी रही।
छात्र संघ के चुनावों में एबीवीपी की जीत पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खुशी जाहिर की है। दोनों नेताओं ने कहा कि राज्य में छात्र संघों के चुनावी नतीजों से साफ हो गया है कि प्रदेश का युवा वर्ग ने कांग्रेस सरकार की नीतियों को सिरे से खारिज कर दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।