प्रदूषण फैलाने वालों को कीमत चुकानी होगी : रमेश
राज्यसभा में एक अल्पावधि सूचना का जवाब देते हुए रमेश ने कहा, "मैं सदन को आश्वासन दे सकता हूं कि प्रदूषण फैलाने वालों को अवश्य इसकी कीमत चुकानी होगी।"
रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोग्राफी' (एनआईओ), गोवा और 'नेशनल एनवायरॉनमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट' (एईईआरआई), नागपुर ने इस घटना के पर्यावरण पर प्रभाव का आंकलन करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि पहली रिपोर्ट चार सप्ताह में मिल जाएगी और अगली रिपोर्ट अगले तीन महीने में मिल जाएगा।"
दक्षिण मुंबई से मुश्किल से पांच किलोमीटर की दूरी पर मुंबई बंदरगाह के बाहर सात अगस्त को पनामाई जहाज एमएससी चित्रा और सेंट किट्स जहाज, एमवी खालिजिया-3 के बीच टक्कर हो गई थी।
टक्कर के दिन से लेकर तीन दिन तक पनापा के जहाज से अनुमानित 2,000 लीटर तेल फैल गया था।
तेल फैलने से प्रभावित हुए मछुआरों को मुआवजा देने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "'सेंट्रल मरीन फिशैरी रिसर्च इंस्टीट्यूट', कोचिन को मछुआरों पर इसके तुरंत प्रभाव का आंकलन करने के लिए कहा गया है और दो सप्ताह के अंदर इसकी रिपोर्ट आ जाएगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।