मुझे 'बलि का बकरा' न बनाएं: दरबारी
ओसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह को लिखे के एक पत्र में दरबारी ने खुद को निर्दोष बताने के साथ ही मीडिया के खिलाफ कानूनी कदम उठाने की भी मांग की है। उनके पत्र की एक प्रतिलिपि आईएएनएस के पास है।
इस पत्र में दरबारी ने कहा, "लंदन में क्वीन्स बैटन रिले से जुड़े कार्यक्रम में वित्तीय अनियमितता की बात करके मीडिया ने मुझे निजी तौर पर सोची-समझी रणनीति के तहत निशाना बनाया है। मैं उन तथ्यों को प्रस्तुत कर रहा हूं जिनसे साबित होता है कि मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।"
दरबारी ने 11 पृष्ठों के एक इस पत्र में कहा, "लंदन में आयोजित कार्यक्रम में कार, वीडियो बोर्ड और दूसरे सामानों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मेरी नहीं थी। वहां के बारे में सभी निर्णय एक समिति द्वारा लिए गए थे। इस समिति में तीन संयुक्त महानिदेशक एम. जयचंद्रन (वित्त और एकाउंट), संजय मोहिंद्रू (मार्केटिंग)और सुधीर वर्मा (संचार) शामिल थे।"
लंदन स्थिति भारतीय उच्चायोग की ओर से कथित तौर पर 'एएम फिल्म्स' की सिफराशि को लेकर भेजे गए ई-मेल का जिक्र भी दरबारी के पत्र में किया गया है। वह कहते हैं, "भारतीय उच्चायोग के नाम से आया ई-मेल उन्हें सीधे नहीं मिला था बल्कि इसे संजय मोहिंद्रू ने फारवर्ड किया था।"
इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद आयोजन समिति ने गुरुवार को दरबारी, मोहिंद्रू और जयचंद्रन को निलंबित कर दिया था। दूसरी ओर ओसी के कोषाध्यक्ष अनिल खन्ना ने इस्तीफा दे दिया था।
गौरतलब है कि कथित अनियमितताओं की जांच के लिए जरनैल सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में गुरज्योत कौर और जी.एस. चतुर्वेदी शामिल हैं।
लंदन में पिछले साल 29 अक्टूबर को राष्ट्रमंडल खेलों की मशाल यात्रा 'क्वीन्स बैटन रिले' के लिए एक कंपनी के साथ अनुबंध करने में कथित तौर पर वित्तीय धांधली बरती गई थी। इसके अलावा निर्माण कार्यो और तैयारियों में भी अनियमितता के आरोप सामने आए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।