धूमकेतु की सूर्य से टक्कर की छवियां ली गईं
सूर्य के प्रभामंडल (कोरोना) स्तर से गुजरते हुए यह धूमकेतु वर्णमंडल (क्रोमास्फीयर) में गायब हो गया और इससे 100,000 डिग्री (केल्विन) की ऊष्मा निकली।
नासा के जुड़वां स्टीरियो अंतरिक्ष यान से ये छवियां ली गईं। कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के बर्कले स्पेस साइंसेज लैब के चार शोधकर्ताओं ने ये छवियां लीं। इन छवियों से धूमकेतु के सूर्य के नजदीक पहुंचने के औसत समय और उसके वहां पड़े प्रभाव का अनुमान लगाया जा सकता है।
स्टीरियो (सौर स्थलीय संबंध वेधशाला) का प्रक्षेपण 2006 में हुआ था। इसमें दो समान अंतरिक्ष यान हैं जो सूर्य की कक्षा में चक्कर लगाते हैं। एक यान पृथ्वी के आगे और दूसरा दूसरा पृथ्वी के पीछे चक्कर लगाता है। इस तरह से ये यान सूर्य का त्रिविमीय (स्टीरियो) दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
हवाई स्थित मौना लोआ सौर वेधशाला में बैठे शोधकर्ता धूमकेतु के सूर्य से टकराने की स्टीरियो से मिली छवियों का अध्ययन कर रहे थे।
शोधकर्ता क्लेयर रैफ्टरी का कहना है कि सूर्य के प्रभामंडल में पहली बार किसी धूमकेतु की त्रिविमीय छवियां ली गई हैं।
शोधकर्ताओं के दल ने सोमवार को फ्लोरिडा के मियामी में 'अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी' के समक्ष ये छवियां और इनसे संबंधित आंकड़े पेश किए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।