कहां बिखेरी गईं हिटलर के अस्थियों की राख?
ब्रिटिश समाचार पत्र 'सन' के अनुसार 73 वर्षीय व्लादिमीर गुमनेएक उस तीन सदस्यीय दल के एकमात्र जीवित सदस्य हैं जिन्हें 1970 में हिटलर, उसकी प्रेमिका ऐवा ब्राउन, हिटलर के करीबी साथी जोसेफ गोब्बेल्स और उसके परिवार के सदस्यों की अस्थियां खोद निकालने का हुक्म दिया गया था।
गुमनेएक ने बताया, "हमें हिटलर को और उसके सभी साथियों की अस्थियां जलाने और उनकी राख को बहा देने का हुक्म दिया गया।"
इन अस्थियों को पूर्व पूर्वी जर्मनी के मैगडनबर्ग से खोदकर निकाला गया था और फिर उन्हें जला दिया गया था। उसके बाद उस दल ने एक ऊंचे पर्वत शिखर पर जाकर धारा में बहा दिया था।
उन्होंने बताया कि वह मछुआरे के वेश में गए। गुमनेएक ने बताया, "वहां कोई नहीं था। महज 20 सेकेंड में काम पूरा हो गया। फ्यूहरर की यह आखिरी उड़ान थी।"
गुमनेएक को आशंका है कि अगर वह उस जगह के बारे में बात देंगे तो वह नव नात्जियों के लिए तीर्थस्थल बन जाएगी। उन्होंने एक रूसी समाचार पत्र को बताया, "बहुत से नव-नात्जी अभी तक हैं। वह जगह उनके लिए तीर्थस्थल बन जाएगी। वे संभवत: वहां स्मारक भी बनवा डालें।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।