2 अमेरिकियों पर अलकायदा की मदद का आरोप
अभियोजन पक्ष ने अलकायदा को सहायता पहुंचाने वाले दो लोगों की पहचान वसीम अल-हानाफी (33 वर्ष) औक सबीरहान हसनुफ (34) के रूप में की है। वसीम के पास अमेरिकी नागरिकता है, जबकि हसनुफ के पास अमेरिका के अलावा आस्ट्रेलिया की भी नागरिकता है।
मेनहैटन की संघीय जिला अदालत ने वसीम और हसनुफ पर अलकायदा को सहायता पहुंचाने का आरोप लगाया है। दोनों पर आरोप लगाया गया कि इन्होंने अलकायदा को कंप्यूटर से जुड़े उपकरण और कुछ तकनीकी जानकारी मुहैया कराई है।
न्यूयार्क के एटॉर्नी प्रीत भरारा ने कहा कि दोनों ने अलकायदा को आधुनिक बनाने के लिए कंप्यूटर प्रणाली की सुविधा मुहैया कराने की साजिश रची। एटॉर्नी कार्यालय के अनुसार इस मामले की जांच जारी है।
अमेरिकी समाचार पत्र 'न्यूयार्क टाइम्स' के अनुसार वसीम और हसनुफ नवंबर 2007 से अलकायदा को सहायता पहुंचा रहे थे। वसीम 2008 में यमन गया था, जहां उसकी मुलाकात अलकायदा के दो सदस्यों से हुई थी।
वसीम और हसनुफ को हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है। दोनों को अदालत में सुनवाई के दौरान उपस्थित रखने के लिए कहा गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।