मायावती का पोस्टर फाड़ने के आरोप में जेल गए छात्र रिहा
लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस मामले में पूछे जाने पर मायावती ने कहा कि मुझे बुधवार सुबह समाचार पत्र के माध्यम से इस घटना के बारे में जानकारी हुई। उसके बाद मैंने तत्काल पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) से इन छात्रों को जल्द से जल्द छोड़ने के लिए कहा।
होली की पूर्व संध्या पर सरोजनीनगर स्थित नामी सैनिक स्कूल के कक्षा 12 के चार छात्रों को पुलिस ने स्कूल के बाहर उत्तर प्रदेश सूचना एंव जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाये गये मुख्यमंत्री मायावती के पोस्टर को फाड़ने के आरोप गिरफ्तार किया था। पीड़ित छात्रों के परिजनों और स्कूल प्रशासन का कहना था कि इन छात्रों ने पोस्टर पर केवल रंग फेंका था।
सरोजनी नगर के पुलिस क्षेत्राधिकारी डी.पी.शुक्ला ने बुधवार शाम को आईएएनएस से चार छात्रों की रिहाई की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने चारों छात्रों को रंगे हाथ सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाये गये मुख्यमंत्री मायावती के होर्डिंग को तोड़कर उसमें लगे पोस्टर को फाड़ते हुए पकड़ा था।
पुलिस द्वारा चारों छात्रों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया। ये छात्र लखनऊ के बाहर के थे। जब अपने बच्चों के बारे में उनके अभिभावकों को पता चला तो वे तुरंत लखनऊ पहुंचे। अभिभावकों ने साफ कहा कि उनके बच्चों को जानबूझकर फंसाया गया है।
बच्चों का साथ देने वाले स्कूल प्रशासन का कहना है कि स्थानीय सरोजनी नगर थाना प्रभारी दयाराम कुरील रसूख के बल पर बीच सत्र में ही अपने रिश्तेदार के बच्चे का स्कूल में दाखिला कराना चाहते थे। लेकिन स्कूल द्वारा उनकी बात मानने से इंकार करने पर उन्होंने अपना गुस्सा स्कूल के दूसरे मासूम बच्चों पर निकाला।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।