मोर्टार गोलों में विस्फोट से 3 बच्चों की मौत (लीड-1)
पुलिस उपाधीक्षक जीत सिंह ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "सेना की फायरिंग रेंज के समीप मंगलवार को उपयोग किए जा चुके मोर्टार के गोलों में से कबाड़ निकालने का प्रयास कर रहे 10 से 12 वर्ष के तीन बच्चों की विस्फोट में मौत हो गई।"
उन्होंने बताया कि बच्चों ने फायरिंग रेंज से गोलों के खोल इकट्ठा किए और कबाड़ के लिए उनको तोड़ने का प्रयास किया। इससे एक गोले में विस्फोट हो गया और तीनों बच्चे घटनास्थल पर ही मारे गए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से तीन अन्य गोले बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार इस फायरिंग रेंज का उपयोग सेना और सीमा सुरक्षा बल करते हैं।
मंगलवार शाम को अभिभावकों ने स्कूल से बच्चों के नहीं लौटने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया।
रात करीब नौ बजे सेना के फायरिंग रेंज से लगे जंगल में तीनों बच्चों के शव पाए गए। मारे गए तीनों छात्र शैल, राहुल और चंदन मटूर इलाके के कोहला गांव के हैं।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस के एक बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।