भगदड़ में हुई मौतों के लिए ईश्वर जिम्मेदार: आश्रम (लीड-1)
आश्रम के अस्पताल के प्रवक्ता के.पी.सिंह ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, "इन मौतों के लिए ईश्वर जिम्मेदार है। 63 लोगों को आश्रम की लापरवाही ने नहीं बल्कि वक्त ने मारा। शुक्र है कि आश्रम के स्वयं सेवकों ने हादसे को बड़ा नहीं होने दिया।"
आश्रम के अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने किसी को बुलाया नहीं था। वे तो जानते ही नहीं कि आखिर इतने लोग कैसे आ गए। आश्रम यह भी कह रहा है कि जितनी भी मौतें हुईं वे सड़क पर हुईं न कि आश्रम परिसर में, इसिलए आश्रम या उसके किसी व्यक्ति का कोई दोष नहीं है।
आश्रम का कहना है कि लोगों के बीच अफवाह फैल गई कि माताजी की वार्षिकी है इसलिए वहां बाबा कृपालु जी महराज जी से कोई उपहार मिलेगा, बर्तन मिलेंगे इसलिए हजारों की तादद में लोग आ गए।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आयोजकों और आश्रम के प्रंबधकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हो चुका है। प्रतापगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक सत्यभूषण पाठक ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि आश्रम के आयोजकों और प्रबंधकों के खिलाफ देर रात गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया।
प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक महेश मिश्रा ने कहा कि आश्रम प्रशासन को इतनी भारी भीड़ को संभालने के लिए जो इंतजाम करने चाहिए थे, वैसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषियों के कार्रवाई अवश्य होगी।
इससे पहले कृपालु महराज ने गुरूवार एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में कहा था कि वह इस घटना को लेकर बहुत दुखी हूं। उन्होंने घटना से पल्ला झ्झ्झाड़ते हुए कहा था कि हमेशा आश्रम में कम लोग आते थे, पता नहीं क्यों गुरुवार को ज्यादा भीड़ आश्रम के बाहर सड़क पर एकत्र हो गई थी।
उन्होंने कहा था कि भगदड़ आश्रम परिसर के बाहर हुई है। उन्होंने घोषणा की थी कि आश्रम ट्रस्ट की तरफ से मृतकों के परिजनों को पचास हजार रुपये और घायलों को दस हजार रुपये की मदद दी जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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