नागा नेताओं ने की मनमोहन सिंह और चिदंबरम से मुलाकात (लीड-1)
नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। नागालैण्ड के प्रमुख अलगाववादी गुट नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैण्ड-इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम)के शीर्ष नेतृत्व ने नई जमीन तलाशने के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। इसके पहले सरकार द्वारा नियुक्त वार्ताकार के साथ नागा नेताओं की कई दौर की बातचीत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री के साथ नागा नेताओं की बैठक लगभग 40 मिनट तक चली, लेकिन बातचीत के परिणाम के बारे में तत्काल कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
गुट के महासचिव थूइंगालेंग मुइवा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। यह प्रतिनिधिमंडल नीदरलैंड से शनिवार की रात यहां पहुंचा था। नागा नेता नीदरलैंड में निर्वासित जीवन जी रहे हैं।
सरकार नागा लोगों को व्यापक स्वायत्तता प्रदान करना चाह रही है, लेकिन उसने विद्रोहियों की पूर्वोत्तर भारत में अलग राष्ट्र की मांग को खारिज कर दिया है।
मुइवा ने बाद में केंद्रीय गृह मंत्री पी.चिदंबरम से मुलाकात की और छह दशक पुराने मुद्दे का अंतिम समाधान निकालने के लिए व्यापक चर्चा की।
मुइवा ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, "हमारे बीच व्यापक चर्चा हुई है और एनएससीएन-आईएम सरकार के साथ बातचीत जारी रखेगा।"
इसके पहले केंद्रीय गृह सचिव जी.के.पिल्लई ने कहा था कि विद्रोहियों की संप्रभु राष्ट्र की मांग को स्वीकारने का सवाल ही नहीं उठता।
केंद्र सरकार ने एनएससीएन-आईएम को शांतिवार्ता के लिए आंमत्रित किया था। गुट के नेता सरकार द्वारा नियुक्त वार्ताकार आर. एस. पाण्डे (पूर्व पेट्रोलियम सचिव) के साथ बातचीत करते रहे हैं।
एनएससीएन-आईएम की संचालन समिति के संयोजक वी.एस.अटेम ने आईएएनएस से कहा, "हमें उम्मीद है, हम बहुत आशावादी हैं, लेकिन संप्रभुता के अपने अधिकार के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते। हमने आजादी की अपनी मांग को न तो छोड़ा है और न तो भविष्य में ही इसे छोड़ेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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