नक्सल प्रभावित इलाकों को मुक्त कराना है मुख्य उद्देश्य : चिदंबरम (राउंडअप)
गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकारें सहमत हैं। रायपुर में उड़ीसा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, "हमारा लक्ष्य नक्सल बहुल इलाकों में नागरिक प्रशासन को प्रभावी बनाना है, ताकि वहां विकास कार्यो में तेजी लाई जा सके। इन क्षेत्रों में वर्षो से नक्सली हावी रहे हैं।"
चिदंबरम ने बैठक के संबंध में कहा, "बैठक सफल रही। हमने इस दिशा में उठाए जाने वाले कदमों को चिन्हित कर लिया है। नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। हमारा लक्ष्य किसी को मारना नहीं है, बल्कि नक्सल प्रभावित इलाकों में नागरिक प्रशासन को प्रभावी बनाना है, ताकि क्षेत्र के विकास के लिए तुरंत कदम उठाया जा सके।"
चिदंबरम की अध्यक्षता में हुई बैठक दो घंटे तक चली, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर.पाटिल और अर्धसैनिक बलों के अधिकारी उपस्थित थे।
चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकारों को अर्ध सैनिक बल और तकनीक मुहैया करा रही है।
चिदंबरम ने कहा, "मेरी सोच यह है कि भाकपा (माओवादी) और अन्य प्रतिबंधित संगठनों को हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत के लिए आगे आना चाहिए, लेकिन वे लोगों को मार रहे हैं। कल भी उन्होंने छत्तीसगढ़ में दो युवकों की हत्या कर दी। वे युवक सेना में भर्ती होना चाहते थे। "
गृह मंत्री ने कहा, "नक्सलियों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई कुछ ही हफ्ते पहले शुरू हुई है। कई स्थानों पर नक्सली पीछे हट रहे हैं और हम उनके इस कदम का स्वागत करते हैं। लेकिन कुछ इलाकों में वे मुकाबला करने में जुटे हुए हैं।"
चिदंबरम ने नक्सली हिंसा पर नई दिल्ली में 28 जनवरी को प्रस्तावित बैठक के बारे में कहा कि इसमें झारखण्ड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा, "झारखण्ड में नई सरकार बनी है। मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारी 28 जनवरी की बैठक में हिस्सा लेने नई दिल्ली आ रहे हैं।"
झारखण्ड सरकार द्वारा कथित तौर पर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को धीमा किए जाने के सवाल पर चिदंबरम ने यह प्रतिक्रिया दी।
चिदंबरम ने कहा, "नक्सलियों को बाहर से मिलने वाली सहायता के संबंध में कोई सबूत नहीं मिले हैं हालांकि वे हथियारों की तस्करी कर रहे हैं।" संवाददाता सम्मेलन में चिदंबरम ने मीडिया से अपील की कि वे नक्सलियों के प्रचार का माध्यम न बनें। उन्होंने कहा, "आप नक्सलियों के प्रोपेगैंडा को स्थान नहीं दें।"
चिदंबरम ने कहा, "नक्सली, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। 283 विद्यालय भवनों को वे बरबाद कर चुके हैं। वे निर्दोष लोगों की जान ले रहे हैं। कल ही उन्होंने दो युवकों की हत्या कर दी थी। क्या युवकों और छात्रों की हत्या करना नक्सलियों की विचारधारा और आदर्श है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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