अस्थिरता के बड़े स्रोत हैं पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र : हिलेरी (लीड-1)
वाशिंगटन, 28 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र को अमेरिका अस्थिरता का बड़ा स्रोत मानता है। इसीलिए राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए विशेष राजनयिक की तत्काल नियुक्ति की।
हिलेरी ने कहा कि इस क्षेत्र में एक-एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि की आवश्यकता महसूस की गई और आशा है रिचर्ड होलब्रूक उस क्षेत्र में अमेरिकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
क्लिंटन ने हालांकि इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि क्या पाकिस्तान में जारी हवाई हमलों के बारे में अमेरिका पुनर्विचार करेगा या नहीं। उन्होंने कहा, "मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहती।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान और पाकिस्तान तथा उनके सीमावर्ती क्षेत्रों के हालात पर पैनी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि इस बारे में किसी को थोड़ा सा भी संदेह नहीं है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके उन दोनों देशों तथा उनकी सीमाओं से काफी दूर के इलाकों के लिए भी अस्थिरता का स्रोत हैं।
क्लिंटन ने कहा कि वह और ओबामा दोनों का ही यह मानना है कि जितनी जल्दी हो सके मध्य-पूर्व, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए नीतियां तय की जाएं।
उधर, अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने मंगलवार को कहा कि आगामी गर्मियों तक सेना की तीन अतिरिक्त टुकड़ियां अफगानिस्तान भेजी जा सकती हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार गेट्स ने सीनेट की सशस्त्र सेना समिति को बताया कि इस संबंध में अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन इस बात की संभावना है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या बढ़ाई जाए।
गेट्स ने यह भी कहा कि अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का स्थानीय लोगों में गलत संदेश जा सकता है क्योंकि उनकी इच्छा है कि अब स्थानीय सेनाएं नेतृत्व संभालें। इराक के संबंध में टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इस बात के विकल्प तलाशे जा रहे हैं कि कैसे वहां से सैनिकों को हटाया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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