कल्याण मिले मुलायम से, भाजपा में अटकलें तेज
उत्तरप्रदेश के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों में बीच क्या चर्चा हुई इसका ब्योरा फिलहाल नहीं मिल पाया है। उधर सपा के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से कहा कि कल्याण सिंह के साथ हमारे नेताओं की बातचीत पिछले कुछ समय से जारी थी, वे भाजपा में सहज नहीं महसूस कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कल्याण सिंह बुलंदशहर संसदीय क्षेत्र से अशोक प्रधान को पार्टी उम्मीदवार घोषित किए जाने से नाखुश हैं। प्रधान ने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनावों में कल्याण सिंह के पुत्र के खिलाफ काम किया था।
एक सपा नेता ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि अभी चर्चा आरंभिक दौर में है और यह स्पष्ट नहीं है कि कल्याण भाजपा छोड़ेंगे या नहीं। परंतु उनको भूल सुधार का एक छोटा सा माफीनामा देना होगा और इसके बाद उनके सपा में शामिल होने के रास्ते खुल जाएंगे।
कल्याण सिंह के बेटे राजवीर ने डिबाई से चुनाव लड़ा था और वह इसके पहले उत्तरप्रदेश की मुलायम सिंह सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे।
सपा महासचिव अमर सिंह की उपस्थिति में कल्याण और मुलायम की मुलाकात राजवीर सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर हुई। तीन बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह अभी बुलंदशहर से सांसद हैं। परंतु बुलंदशहर के अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित संसदीय क्षेत्र घोषित हो जाने के बाद भाजपा ने उनको एटा से टिकट देने की बात कही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।