करात ने मेयतास सौदों की जांच के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा
रविवार को जारी हुए पत्र में करात ने कहा कि सत्यम में घोटाले की खबर सामने आने के बाद इस बात के भी प्रमाण आने शुरू हो गए हैं कि सत्यम का धन राजू परिवार द्वारा संचालित मेयतास में लगाया गया है।
करात ने 17 जनवरी को लिखे इस पत्र में कहा है कि केवल सत्यम की जांच कराना ही पर्याप्त नहीं है। सत्यम-मेयतास के संबंधों को देखते हुए मेयतास समूह की सभी कंपनियों के सौदों की जांच कराना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास बहाल करने के लिए सभी गैरकानूनी सौदों को उजागर करना आवश्यक है।
करात ने कहा कि मेयतास कंपनी ने आंध्रप्रदेश सहित अन्य राज्यों में काफी अधिक जमीन हासिल की है। इनमें कुछ जमीनें निश्चित रूप से कानून का उल्लंघन करके हासिल की गई हैं। इसमें एक प्रकरण विशाखापट्टनम में सत्यम को भूमि आवंटन का भी है।
दिसम्बर 2008 को पूर्व सचिव ई.ए.एस. शर्मा ने राज्य के अधिकारियों को लिखा था कि सत्यम को भूमि देने में विशाखापट्टनम शहरी विकास मास्टर प्लान का उल्लंघन हुआ है।
अपने पत्र में करात ने माकपा की जिला समिति द्वारा जमीन अधिग्रहण मामले पर कलेक्टर को लिखे पत्र को भी संलग्न किया है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद मेट्रो रेल परियोजना में भी मेयतास को प्रमुख स्थानों पर भूमि दी गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।