मौजूदा सरकार और तानाशाही में कोई फर्क नहीं : शरीफ
शरीफ ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यदि मौजूदा सरकार तानाशाह शासन की समर्थक नहीं है तो वह पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ द्वारा शुरु किए गए दमनकारी उपायों को खत्म क्यों नहीं कर देती।"
जियो टीवी के अनुसार, शरीफ ने कहा, "प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने राष्ट्रपति के अधिकारों से संबद्ध विवादास्पद 17वें संविधान संशोधन को रद्द करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ नहीं किया गया है।"
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के संविधान का उल्लंघन करने वाले लोग उनकी पात्रता के बारे में फैसला नहीं कर सकते। शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी 17वें संविधान संशोधन को रद्द कराने की मांग के समर्थन में होने वाली वकीलों की रैली में हिस्सा लेगी।
पूर्व प्रधानमंत्री ने उम्मीद जाहिर की कि सरकार न्यायपालिका में वरिष्ठ स्तरों पर एकतरफा नियुक्तियां नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका को जनसमर्थन से वंचित कर दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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