आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई खुद पाकिस्तान के हित में : प्रधानमंत्री
होटल ट्राइडेंट में इकोनामिक टाइम्स पुरस्कार समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान का लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ कार्रवाई करना और अन्य आतंकवादी संगठनों को बंद कराना खुद उसके हित में है।
26 नवंबर को हुए हमले के मृतकों के सम्मान में एक मिनट का मौन रखने के बाद आरंभ अपने भाषण में मनमोहन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि मुंबई और काबुल में भारतीय दूतावास पर हमले जैसी वारदातें भविष्य में दोबारा न हों।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमने मुंबई हमले से जुड़े सबूतों को पाकिस्तान और अन्य संबंधित देशों को दिखाया है। हमें आशा है कि पाकिस्तान इस संबंध में जल्द ही खुलासा करेगा। इन सबूतों को कुछ दिनों में ही सार्वजनिक किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान के शब्दों में सत्यता है तो उसे कार्यो में दिखाना भी आवश्यक है।
प्रधानमंत्री ने भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर रहने के दौरान 80 के दशक में अपने तीन वर्षो के मुंबई प्रवास की सुखद स्मृतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुंबई को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि यह शहर लोकतांत्रिक और स्वतंत्र भारत का प्रतिनिधि है।
उन्होंने मुंबई के लोगों को आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे हमले नहीं होने देने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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