गाजा में संघर्षविराम के लिए प्रयास तेज, मृतकों की संख्या 1,133 हुई (राउंडअप)
इजरायल की विदेश मंत्री जिपी लिवनी गुरुवार रात वाशिंगटन के लिए रवाना हुईं। वह अमेरिका के साथ गाजा में हथियारों की तस्करी के मुद्दे पर होने वाले एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगीं।
इजरायल के वरिष्ठ राजनयिक अमोस गिलाड एक बार फिर मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंच रहे हैं। उन्होंने वहां गुरुवार को मिस्र की ओर से किए जा रहे संघर्षविराम के प्रयास के तहत हमास के पक्ष को सुना था। इसके बाद वह गुरुवार रात ही इसकी जानकारी इजरायल के शीर्ष नेतत्व को देने जेरुसलम पहुंच गए थे। माना जा रहा है कि गिलाड के काहिरा पहुंचने के बाद ही मिस्र के संघर्षविराम संबंधी प्रयास पर इजरायल के आखिरी रुख के बारे में पता चल पाएगा।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा है कि गाजा में लड़ाई तत्काल खत्म कर संघर्ष विराम किया जाना चाहिए। वेस्ट बैंक के शहर रामल्लाह में मून ने कहा, "गाजा में जल्द संघर्ष संघर्षविराम हो सकता है लेकिन इससे पहले ही यहां लड़ाई बंद करनी होगी।"
फिलिस्तीन के कार्यवाहक प्रधानमंत्री सलाम फैयाद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मून ने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों को गाजा में चल रही लड़ाई की वजह से बहुत ही कठिन दौर से गुजरना पड़ रहा है। यहां मानवीय हालात बदतर हो चुके हैं।
दूसरी ओर हमास ने इस सप्ताह के शुरू में ही ऐलान किया था कि उसने कुछ बदलावों के साथ मिस्र की ओर से किए जा रहे संघर्षविराम के प्रयास को सैद्धांतिक तौर पर स्वीकार कर लिया है।
उधर, इजरायल ने गाजा पर हमला जारी रखा। इजरायली सेना ने गाजा में 40 जगहों को निशाना बनाया। गाजा में आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख मोयवेया हसनैन ने बताया कि शुक्रवार को हुए हमले में हमास के तीन लड़ाके और तीन बच्चे मारे गए। उन्होंने बताया कि गाजा के तेल हव्वा इलाके में एक इमारत से 23 शव निकाले गए। शुक्रवार के हुए हमले में कुल 29 लोग मारे गए।
गौरतलब है कि 27 दिसंबर, 2008 से गाजा पर शुरू हुए इजरायली हमले में 1,133 लोग मारे जा चुके हैं और 5,130 से ज्यादा घायल हुए हैं। मरने वालों और घायलों में अधिकांश नागरिक हैं।
उधर सऊदी अरब के विदेश मंत्री युवराज सौद अल फैसल ने शुक्रवार को गाजा पट्टी में तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया है। कुवैत में अरब विदेश मंत्रियों के विशेष सत्र की अध्यक्षता करते हुए फैसल ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव 1860 जो कि संघर्षविराम की वकालत करता है, को लागू किया जाना चाहिए।
कुवैत में सोमवार से शुरू हो रही अरब देशों की आर्थिक शिखर बैठक के पूर्व यह विशेष सत्र आयोजित किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि शिखर बैठक के दौरान गाजा पट्टी पर जारी इजरायली हमला ही चर्चा का केंद्रबिंदु होगा।
अरब लीग के सभी 22 नेता 19-20 जनवरी को होने वाली अरब आर्थिक, विकास और सामाजिक शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे। अरब देशों के विदेश मंत्रियों की आपात बैठक इससे पहले 31 दिसंबर को काहिरा में हुई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।