आतंकवाद से मुकाबले के लिए बनेगी संघीय जांच एजेंसी (लीड-2)
नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होने के साथ संघीय जांच एजेंसी बनाने और समुद्री और हवाई सुरक्षा को मजबूत बनाने की घोषणा की।
सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा, "इस राष्ट्रीय आपदा के बाद और राष्ट्रीय खतरे को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और हम सभी को संकीर्ण राजनीति को छोड़कर अवश्य एकजुट होना होगा। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर हमें देश के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।"
करीब पांच घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) येरन नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संघीय जांच एजेंसी के गठन में सभी राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श करने का वादा किया है।
प्रधानमंत्री ने मुंबई की घटना के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें सुरक्षा की स्थिति और खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने के लिए कदम उठाने पर विचार किया गया।
उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही कई चीजें हैं लेकिन व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए उनकी सरकार दृढ़संकल्प है।
उन्होंने कहा, "हम हवाई और समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठा चुके हैं। इसके तहत नौसेना, तटरक्षक बल और तटरक्षक पुलिस के साथ-साथ वायु सेना और नागरिक उड्डयन को मजबूत बनाना शामिल है।"
उन्होंने कहा, "आगे आतंकवाद निरोधक बल का गठन होगा। देश का मुख्य आतंक निरोधक बल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को विशेष सुविधाएं देने के साथ-साथ इस बल का आकार बढ़ाया जा रहा है। देश के चारों हिस्सों में एनएसजी केंद्र बनाने की शुरुआत हो चुकी है। इसके अलावा विशेष बलों को अलगाववादी गतिविधियों पर काबू पाने में प्रयोग किया जाएगा।"
विभिन्न राजनीतिक दलों के करीब 20 नेताओं की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक सुधार आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक एक संघीय जांच एजेंसी बनाई जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में देश में हुए आतंकी हमले से मुंबई में हुए हमले कई मायनों में अलग थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे ऊपर काफी प्रशिक्षित आतंकवादियों ने हमला किया। उनकी योजना भारी मात्रा में तबाही मचाने की थी। वे हमारी पहचान को खत्म करना चाहते थे।"
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृह मंत्री पी. चिदंबरम, रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी, विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी, रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जसवंत सिंह और विजय कुमार मल्होत्रा भाग ने भाग लिया।
समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रकाश करात और डी. राजा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के ए. बी. बर्धन भी बैठक में मौजूद थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।