कराची से जहाज में सवार हुए थे आतंकवादी
पहचान गुप्त रखने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने कराची के पास अपने हथियार जहाज में लादे और 21 नवंबर को वहां से रवाना हुए। उन्होंने कहा कि सभी आतंकी करीब 20 वर्ष की उम्र के थे और माना जाता है कि ये लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे।
इन सभी को आतंक फैलाने की कठिन ट्रेनिंग दी गई थी। इन्हें भीड़भाड़ वाले इलाके में आतंक फैलाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया था। आतंकियों के इस समूह ने गुजरात के तटीय क्षेत्र में पाकिस्तानी जल सीमा में मछली पकड़ने वाले भारतीय जहाज कुबेर पर कब्जा किया और इस पर सवार चार लोगों की हत्या कर दी और उनके शव समुद्र में फेंक दिए।
जांचकर्ता ने बताया कि इसके बाद आतंकियों ने जहाज के कैप्टन बलबंत टंडेल से कहा कि वह जहाज को मुंबई ले चले। इस दौरान उन्हें सैटेलाइट पर फोन पर निर्देश मिलता रहा।
मुंबई तट से तीन समुद्री मील दूर आतंकियों ने टंडेल की हत्या कर दी। टंडेल का शव तट रक्षक बल ने पिछले सप्ताह बरामद किया था। इसके बाद वे लोग अपने सामान के साथ डिंगी में सवार हुए और दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थित बधवार पार्क पहुंचे।
अधिकारी ने बताया कि इन आतंकियों में से कोई भी ताज या ओबराय होटल में नहीं ठहरा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।