उल्फा के उग्रवादी भी कर रहे हैं शांति के प्रयास
गुवाहाटी, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के शांति समर्थक उग्रवादी भी पुलिस के साथ मिलकर संगठन की एक शक्तिशाली इकाई को शांति प्रक्रिया में शामिल कराने के लिए प्रयासरत हैं।
उल्फा की दो प्रमुख इकाइयां इस साल पहले ही संघर्षविराम के लिए सहमत हो चुकी हैं।
असम के पश्चिमोत्तर हिस्से में सक्रिय उल्फा की 709 बटालियन के साथ शुरू हुई बातचीत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी संगठन की राज्य के पूर्वी हिस्से में सक्रिय एक अन्य प्रमुख इकाई 28वीं बटालियन जून में ही सरकार के साथ युद्धविराम के लिए राजी हो चुकी है। हालांकि इस बटालियन की ब्रावो कंपनी अभी भी युद्धविराम से अलग है लेकिन उसका कोई खास असर नहीं है।
शांति समर्थक 28वीं बटालियन के कमांडर के जितेन दत्ता का कहना है,"हम 709 बटालियन के महत्वपूर्ण लोगों से संपर्क में हैं और हमें उम्मीद है कि हम इस धड़े को भी सरकार के साथ युद्धविराम के लिए मना लेंगे।"
सुरक्षा तंत्र का भी यही मानना है कि अगर 709 बटालियन युद्धविराम के लिए सहमत हो जाती है तो उल्फा की लड़ाकू क्षमता काफी हद तक सीमित हो जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।