सबसे दुखद होता है निर्वासन : नवतेज सरना
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब के आखिरी शासक दलीप सिंह के जीवन पर उपन्यास लिखने वाले राजनयिक नवतेज सरना का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के लिए निर्वासन बेहद दुखद होता है।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। पंजाब के आखिरी शासक दलीप सिंह के जीवन पर उपन्यास लिखने वाले राजनयिक नवतेज सरना का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के लिए निर्वासन बेहद दुखद होता है।
पूरी तरह अकेले पड़ गए दलीप सिंह ने पेरिस के एक सस्ते होटल में आखिरी सांस ली थी। विदेश मंत्रालय में छह वर्ष तक प्रवक्ता रहे नवतेज अब इजरायल में राजदूत का कार्यभार संभालने वाले हैं। उन्होंने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि किसी भी व्यक्ति का अपनी जड़े,पहचान, संस्कृति और इतिहास खो देना उसके जीवन का सबसे दुखद समय होता है।"
उन्होंने कहा कि दिलीप सिंह के जीवन का सबसे त्रासद पहलू यही था कि उन्हें घर से दूर जाना पड़ा। वे बताते हैं कि दिलीप सिंह की कहानी बचपन से ही उनकी यादों में बसी थी। लेकिन इसके लिए उन्हें काफी अनुसंधान करना पड़ा।
सरना मानते हैं कि राजनयिक की उनकी नौकरी से उनकी साहित्यिक प्रतिभा में और निखार आया है। वे बताते हैं कि लेखन उनके जीवन का अनिवार्य अंग है। यह पूछने पर कि कॉकटेल पार्टियों और गंभीर कूटनीतिक मामलों में व्यस्तताओं के बावजूद वे लिखने का समय कैसे निकाल पाते हैं, वे कहते हैं कि जब आप कोई काम शिद्दत से करना चाहते हैं तो उसे कर ही डालते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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