भारत-अमेरिका परमाणु करार पर हस्ताक्षर के लिए तैयार
अरुण कुमार
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। परमाणु करार से जुड़ी भारत की चिंताएं दूर होने के बाद अब विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी और अमेरिकी विदेशमंत्री कोंडोलीजा राइस इस द्विपक्षीय 123 समझौते पर शुक्रवार को हस्ताक्षर करेंगे।
राइस और मुखर्जी 'भारत सरकार और अमेरिका के बीच परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग में विषय में सहयोग समझौते' पर शुक्रवार को भारतीय समय के अनुसार रात 1.30 बजे अमेरिकी विदेश मंत्रालय के बेंजामिन फ्रैंकलिन कक्ष में हस्ताक्षर करेंगे।
ईंधन आपूर्ति और पुर्न प्रसंस्करण तकनीक के मुद्दे पर भारत की आपत्तियों के कारण राइस की भारत यात्रा के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए थे। अब दोनों देश शुक्रवार की तिथि पर सहमत हुए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश के समझौते से संबंधित कानून पर हस्ताक्षर करने के केवल दो दिन बाद ही प्रणब दोनों देशों के बीच परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए अमेरिका पहुंच गए।
कानून पर हस्ताक्षर करने अवसर पर बुश ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा कि नए असैन्य परमाणु सहयोग समझौते से भारत अपने असैन्य परमाणु रिएक्टरों के लिए विश्वसनीय ईंधन आपूर्ति हासिल करने के योग्य हो जाएगा।
राष्ट्रपति के बयान में इसे और स्पष्ट करते हुए कहा गया है, "यह कानून मेरे द्वारा कांग्रेस के समक्ष प्रस्तुत 123 समझौते की शर्तो में बदलाव नहीं कर सकता। "
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वे द्विपक्षीय समझौते करने और अमेरिका की ओर से समझौते की जिम्मेदारियों को स्वीकार करने के लिए सक्षम हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*