बीजिंग ओलंपिक नमूनों की फिर से जांच कराएगा आईओसी
लंदन, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने बीजिंग ओलंपिक के दौरान डोप परीक्षण के मद्देनजर लिए गए खिलाड़ियों को नमूनों की फिर से जांच कराने का फैसला किया है।
ब्रिटेन के समाचार पत्र 'द इंडिपेंडेंट' के अनुसार आईओसी का मानना है कि साइकिलिंग प्रतियोगिता 'टूर डी फ्रांस' के दौरान लिए गए नमूनों की फिर से जांच किए जाने के बाद शरीर में खून का प्रवाह बढ़ाने वाली एक नई दवा और कई अन्य प्रतिबंधित पदार्थो का पता चला है।
आईओसी जानना चाहता है कि कहीं बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों ने भी इस तरह की किसी प्रतिबंधित दवा का सेवन तो नहीं किया था। यही कारण है कि सभी खेलों से जुड़े खिलाड़ियों के नमूने स्विटजरलैंड के लुसाने स्थित डोपिंग निरोधी विश्व संस्था (वाडा) की प्रयोगशाला में भेजने का फैसला किया गया है।
आईओसी के इस कदम को लेकर उसके उपाध्यक्ष थॉमस बाक ने बताया, "आईओसी प्रतिबंधित दवाओं के सेवन को लेकर कोई नरमी नहीं बरतना चाहता। यही कारण है कि हमने बीजिंग ओलंपिक के दौरान लिए गए नमूनों की फिर से जांच कराने का फैसला किया है।"
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष आयोजित 'टूर डी फ्रांस' के नमूनों की फिर से जांच कराने के बाद फ्रांस की डोपिंग निरोधी संस्था ने उसमें सीईआरए नाम की एक प्रतिबंधित दवा पाने का दावा किया था। फ्रांसीसी डोपिंग निरोधी संस्था ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि करते हुए जर्मनी के चालक स्टीफन शूमाकर और इटली के चालक रिकाडरे रीको को सीईआरए के सेवन का दोषी बताया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।