उड़ीसा में राष्ट्रपति शासन के पक्षधर हैं पासवान (लीड-1)
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय इस्पात, उर्वरक एवं रसायन मंत्री राम विलास पासवान ने रविवार को कहा कि उड़ीसा, जहां पिछले 45 दिनों से जारी सांप्रदायिक हिंसा में अबतक 35 लोग मारे जा चुके हैं कि परिस्थितियां राष्ट्रपति शासन के लिए अनुकूल हैं।
यहां उर्वर सलाहकार फोरम की बैठक में संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में पासवान ने कहा, "उड़ीसा में स्थितियां इतनी खराब हो गई हैं कि वहां संविधान के अनुच्छेद 356 को लागू किए जाने के उपयुक्त वातावरण तैयार हो गया है। मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हुए हमले देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।" उन्होंने इसके लिए मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांप्रदायिकता बढ़ाने वाली नीति को जिम्मेदार ठहराया।
पासवान ने कहा कि उड़ीसा की स्थिति धारा-355 के प्रावधानों से भी खराब हो चुकी है।
पासवान ने यह टिप्पणी राज्य में ईसाई समुदाय पर लगातार हो रहे हमलों के संदर्भ में की। बीते 23 अगस्त को कंधमाल जिले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के बाद हिंसा भड़क उठी थी और कई चर्चो तथा ईसाई समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई थी। इस सामुदायिक हिंसा में अब तक 35 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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