क्या संभव है ब्रह्मांड का महाविनाश?
दुनिया
भर
में
फैली
घबराहट
यही
वजह
है
कि
महाविनाश
के
भय
से
तमाम
लोगों
की
तरफ
से
इस
मशीन
पर
काम
कर
रहे
वैज्ञानिकों
को
मौत
की
धमकियां
दी
जा
रही
हैं,
मशीन
को
रोकने
के
लिए
अदालतों
में
मुकदमे
तक
ठोके
गए।
यहां
बता
दें
कि
इस
मशीन
को
नाम
दिया
गया
है
लार्ज
हैडरन
कोलाइडर,
जिसे
यूरोपियन
ऑर्गनाइजेशन
फॉर
न्यूक्लियर
रिसर्च
ने
बनाया
है।
क्या
कह
रहे
हैं
वैज्ञानिक?
इसमें
काम
कर
रहे
वैज्ञानिकों
का
तर्क
बिल्कुल
अलग
है।
उनका
कहना
है
कि
कयामत
का
जो
हौवा
खड़ा
किया
जा
रहा
है,
वह
महज
बेवकूफी
है।
उन्होंने
कहा
कि
इंसान
को
साइंस
पर
भरोसा
करना
चाहिए।
इस
बारे
में
टाइम्स
अखबार
के
साइंस
एडिटर
मार्क
हेंडरसन
कहते
हैं
कि
होने
को
तो
कुछ
भी
हो
सकता
है,
लेकिन
आपको
कुछ
सिद्धांतों
पर
यकीन
करना
चाहिए,
कम
से
कम
ऐसी
बातों
को
सच
बनाकर
पेश
न
करें
जो
हंसी
के
लायक
भी
नहीं
हैं।
प्रलय
के
दो
सिद्धांत
प्रोजेक्ट
का
विरोध
कर
रहे
लोगों
का
कहना
है
कि
मशीन
स्टार्ट
करते
ही
चेन
रिएक्शन
कुछ
ऐसा
रूप
ले
सकता
है
कि
दुनिया
खत्म
हो
जाए।
प्रलय
का
पहला
सिद्धांत
कहता
है
कि
ऐसा
होते
ही
सारी
दुनिया
में
भूकंप
आएंगे,
हर
तरफ
मेगा
सूनामी
आने
लगेंगी,
इतने
जोर
के
तूफान
उठेंगे
कि
सारी
इमारतें,
सारे
जंगल
मटियामेट
हो
जाएंगे,
ज्वालामुखी
फट
पड़ेंगे
और
कुछ
ही
देर
में
दुनिया
खत्म
हो
जाएगी।
दूसरा
सिद्धांत
ऐसे
धमाके
की
बात
कहता
है,
जो
मिनटों
में
पूरा
ब्रह्मांड
खत्म
कर
देगा।
आगे पढ़ें... वैज्ञानिक कहते हैं नहीं मिटेगी धरती