विवादास्पद हुआ आगरा का निर्माणाधीन पुल
आगरा, 1 सितम्बर (आईएएनएस)। आगरा में यमुना नदी पर निर्माणाधीन पुल एक मुगलकालीन स्मारक के काफी निकट होने की वजह से विवादों में है। अब तक यही साफ नहीं हो पा रहा है कि इसके निर्माण की स्वीकृति किसने दी।
आगरा, 1 सितम्बर (आईएएनएस)। आगरा में यमुना नदी पर निर्माणाधीन पुल एक मुगलकालीन स्मारक के काफी निकट होने की वजह से विवादों में है। अब तक यही साफ नहीं हो पा रहा है कि इसके निर्माण की स्वीकृति किसने दी।
एतमाउद्दौला के इस संरक्षित स्मारक को मुगल बादशाह जहांगीर की बेगम नूर जहां ने बनवाया था। यह स्मारक विश्व विरासत की सूची में शामिल होने की प्रतीक्षा में है।
लोकप्रियता के मामले में यह ताज महल के बाद दूसरे स्थान पर है। इसकी प्रसिद्धि उतनी ही है, जितनी आगरा किला और सिकंदर कब्र की है।
एतमाउद्दौला स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी 'एएसआई' का संरक्षण प्राप्त है। इसके अधीक्षक पुरातत्वविद् डी. एन. दिमरी ने आईएएनएस से कहा, "किसी संरक्षित ऐतिहासिक स्मारक के 300 मीटर के दायरे में कोई निर्माण शुरू नहीं किया जा सकता।"
लेकिन आगरा जिला प्रशासन का कोई अधिकारी यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि इस पुल के निर्माण का आदेश किसने दिया और इसके लिए जगह का चुनाव किस आधार पर किया गया।
लेकिन 'ब्रज कारपोरेशन आफ उत्तरप्रदेश' के एक अधिकारी का कहना है कि इस परियोजना की मंजूरी प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने इस वर्ष 15 अप्रैल को दी थी। अधिकारी ने बताया कि यह पुल 15 जून 2010 तक राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत से पहले तैयार हो जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक इस पुल की लंबाई 359.60 मीटर होगी। इस पुल के निर्माण के लिए एक अस्थाई दफ्तर बनाया गया है, जो राज्य सरकार के बागवानी विभाग की जमीन पर है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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