तीसरे मोर्चे का नेता अभी तय नहीं: देवेगौड़ा
लखनऊ, 1 सितम्बर (आईएएनएस)। संसद में विश्वास प्रस्ताव पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के खिलाफ वोट करने वाली जनता दल-सेकुलर (जेडी-एस) के सुप्रीमो व पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने कहा कि तीसरे मोर्चे के नेता कौन होगा, इसका फैसला अभी नहीं हुआ है। उन्होंने साफ किया कि अब उनकी प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा नहीं है।
राजधानी लखनऊ में आयोजित जेडी-एस के प्रांतीय सम्मेलन में भाग लेने आए देवगौड़ा ने कहा, "देश में अब ऐसी परिस्थितियां बन गई हैं कि जनता का भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राष्ट्रीय दलों से मोहभंग हो रहा है। क्षेत्रीय पार्टियों की ताकत बढ़ रही हैं। जनता दोनों राष्ट्रीय पार्टियों का विकल्प खोज रही है, क्योंकि दोनों ही सरकारें किसान विरोधी हैं। दोनों ही पार्टियों की अगुवाई वाली सरकारों ने देश के किसानों का बेड़ा गर्क किया है।"
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि गत 10 वर्षो से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और संप्रग की सरकारें देश को चला रही हैं। दोनों ने ही दावा किया कि देश में विकास की दर 9 फीसदी पहुंच गई है। लेकिन हाल ही विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि भारत में गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी का प्रतिशत बढ़ा है और कृषि क्षेत्र की हालत पहले से और खराब हुई है।
मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर देवगौड़ा ने कुछ भी बोलने से इनकार किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।