वलीउल्ला मामले में पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी
लखनऊ, 28 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश सरकार अब उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली है, जिनकी लापरवाही की वजह से वाराणसी संकट मोचन मंदिर बम विस्फोट मामले में वलीउल्ला देशद्रोह के आरोप से बरी हो गया।
लखनऊ सत्र न्यायालय ने मंगलवार को वलीउल्ला को अवैध हथियार रखने और साजिश रचने के आरोप में 10 साल के कारावास की सजा सुनाई और एक लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया, लेकिन उसे देशद्रोह और आतंकवाद फैलाने के आरोपों से बरी कर दिया।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने बुधवार रात वाराणसी के उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच कराने का निर्णय लिया।
उन्होंने गुरुवार को कहा, " इस संवेदनशील मामले की जांच के दौरान लापरवाही बरतने के लिए वाराणसी ग्रामीण क्षेत्र के तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक, मोहनलालगंज के क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी की भूमिका की जांच होगी।"
जानकारी के अनुसार मामले की जांच लखनऊ क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश को सौंपी गई है, उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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