आईपीएल के बाद दोगुना हो गया है रैना का आत्मविश्वास
नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। बुधवार को कोलंबो में खेले गए चौथे एकदिवसीय मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ शानदार अर्धशतक लगाकर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सुरेश रैना इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शानदार सफलता के बाद आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं।
रैना ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए 142.00 के औसत से 421 रन बनाए थे। इनमें तीन अर्धशतक शामिल थे।
बुधवार को भारतीय टीम की जीत के बाद रैना ने स्वीकार किया कि आईपीएल में उन्होंने काफी कुछ सीखा। आईपीएल की बदौलत ही अब उन्हें बड़े शॉट खेलने में डर नहीं लगता है।
2006-07 सत्र में खराब बल्लेबाजी के कारण रैना को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था। उस समय वे 15 पारियों में मात्र एक अर्धशतक लगा सके थे। जनवरी 2007 में उन्हें वेस्ट इंडीज के साथ खेली गई दो मैचों की एकदिवसीय श्रंखला के लिए टीम में वापस बुलाया गया, लेकिन वे एक बार फिर नाकाम रहे। इस नाकामी के कारण उन्हें पूरे सत्र के लिए बाहर कर दिया गया।
इसके बाद रैना को सीधे आईपीएल में खेलने का मौका मिला। इस टूर्नामेंट में शानदार सफलता की बदौलत रैना पाकिस्तान में खेले गए एशिया कप के लिए फिर से टीम में जगह पाने में सफल रहे। रैना ने एशिया कप में शानदार बल्लेबाजी की और दो शतक तथा दो अर्धशतक लगाए। एशिया कप के बाद से रैना 13 पारियों में दो शतक और चार अर्धशतक लगा चुके हैं।
मौजूदा श्रंखला की बात करें, तो वे श्रीलंका के खिलाफ लगातार दो अर्धशतक लगा चुके हैं। अहम बात यह है कि दोनों मौकों पर उनकी पारियां टीम की जीत में अहम साबित हुईं। रैना अब काफी बदले नजर आ रहे हैं। उनकी शैली काफी सुधरी हुई दिख रही है और उनका फुटवर्क भी पहले से बेहतर दिख रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।