कश्मीर घाटी में पांचवें दिन भी नहीं छपे समाचार पत्र
श्रीनगर, 28 अगस्त (आईएएनएस)। लंबे समय से जारी कर्फ्यू को लेकर पत्रकारों के घोर विरोध के कारण कश्मीर घाटी में लगातार पांचवें दिन न तो कोई समाचार पत्र प्रकाशित हुआ और न ही बाहर से पहुंचा।
श्रीनगर, 28 अगस्त (आईएएनएस)। लंबे समय से जारी कर्फ्यू को लेकर पत्रकारों के घोर विरोध के कारण कश्मीर घाटी में लगातार पांचवें दिन न तो कोई समाचार पत्र प्रकाशित हुआ और न ही बाहर से पहुंचा।
'कश्मीर इमेजेज' के संपादक बशीर मंजर ने बताया, "पांच दिन हो गए, जब कश्मीर घाटी में कोई समाचार पत्र प्रकाशित नहीं हुआ। इसके अलावा यहां कोई समाचार पत्र बाहर से भी नहीं आया।"
मंजर ने बताया कि स्थानीय तथा राष्ट्रीय समाचार पत्रों के लिए काम करने वाले सभी पत्रकारों को कर्फ्यू के दौरान काम करने के लिए पास नहीं दिए गए। मंजर ने आरोप लगाया कि गिने-चुने पत्रकारों को पास दिए गए हैं, लेकिन अर्धसैनिक बलों के जवान उसे तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
कश्मीर घाटी के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इतने लंबे समय तक समाचार पत्र प्रकाशित नहीं हुए। यहां के पत्रकार पिछले दो दशक से आतंकवाद की छांव में अपना काम करते आ रहे हैं।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के फोटो पत्रकार फारुक जावेद ने बताया, "हम लंबे समय से सरकार और आतंकवाद के दबाव के बीच काम करते आ रहे हैं, लेकिन इतने लंबे समय तक कभी भी समाचार पत्रों का प्रकाशन बंद नहीं रहा।"
अर्धसैनिक बलों द्वारा कर्फ्यू के दौरान काम करने के लिए जारी पास का सम्मान नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर श्रीनगर के जिला प्रशासनिक अधिकारी अफसंदयार खान ने आईएएनएस को बताया, "इस तरह की कुछ घटनाएं हुई हैं। सरकार ऐसे मामलों पर नजर रखे हुए है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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