'मप्र में निष्पक्ष चुनाव कराना निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता'
इंदौर, 22 अगस्त (आईएएनएस)। भारत निर्वाचन आयोग के उप मुख्य निर्वाचन आयुक्त आऱ बालाकृष्णन ने मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने को चुनाव आयोग की प्राथमिकता बताया है।
उन्होंने इंदौर में संभाग आयुक्त और कलेक्टरों की बैठक में साफ तौर पर कह दिया कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई जानी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो उसके लिए कलेक्टर को जिम्मेदार माना जाएगा।
निर्वाचन अधिकारियों की बैठक में बालाकृष्णन ने कहा कि त्रुटिहीन निर्वाचन नामावलियां 30 सितंबर तक तैयार हो जाना चाहिए। उन्होंने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन नामावलियों का विश्लेषण करें और मृत तथा स्थानांतरित हो चुके लोगों के नाम इन सूचियों से हटाए। इन सूचियों का प्रकाशन तभी किया जाए जब इन पर कलेक्टर के हस्ताक्षर हो जाएं और प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाए। इन नामावलियों की आकस्मिक तौर पर जांच भी कराई जाएगी।
बालाकृष्णन ने बैठक में कहा कि भारत में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराना सबसे बड़ा 'ईवेंट मैनेजमेंट' है जिसे कराने की जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग पर है। इसके लिए सबसे जरूरी नामावलियों को ठीक तरह से तैयार किया जाए। इस बैठक में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ज़े एस़ माथुर, संभाग आयुक्त वसंत प्रताप सिंह और इंदौर संभाग के कलेक्टर व निर्वाचन अधिकारी मौजूद थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।