करात ने कॉमरेडों से कहा, भाजपा के खिलाफ वाम की लड़ाई जारी रहेगी
कोलकाता, 15 जुलाई (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के मुद्दे पर कॉमरेडों की आलोचना झेल रहे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ वाम दलों की लड़ाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
परमाणु करार के मसले पर संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने के निर्णय के बारे में मंगलवार को पार्टी के बांग्ला मुखपत्र 'गणशक्ति' के प्रथम पृष्ट पर छपे लेख में करात ने कहा कि 'अमेरिकी उपनिवेशवाद' जैसे मुद्दे पर वाम दल किसी तरह का समझौता नहीं कर सकते। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भाजपा व सांप्रदायिकता के खिलाफ वाम दलों की लड़ाई में किसी तरह की ढिलाई बरती जाएगी।
उन्होंने कहा, "भाजपा वर्तमान राजनीतिक संकट का लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। एक वैकल्पिक आर्थिक नीति के लिए हमें लोगों को एकजूट करने की जरूरत है।"
करात की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री सुभाष चक्रबर्ती की उस प्रतिक्रिया के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि विश्वास मत के दौरान भाजपा के साथ मतदान करने को वे सही नहीं मानते।
पार्टी के राज्य सचिवालय के सदस्य चक्रबर्ती ने कहा था कि यदि पार्टी के सांसद भाजपा के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ मतदान करते हैं तो लंबे समय तक वामपंथियों को अपमानजनक सवालों का जवाब देते रहना पड़ेगा।
कहा जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने भी करात को पत्र लिखा है कि गरिमामय पद को छोड़ने और विश्वास मत के दौरान भाजपा के साथ मतदान करने करने को लेकर वे पूरी तरह सहमत नहीं है।
इस बारे में करात ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा है कि वह सांप्रदायिक एजेंडे पर चल रही है। उन्होंने कहा कि परमाणु करार के मसले पर भाजपा और वाम दलों के दृष्टिकोण में कोई समानता नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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