आसिफ ने की बी-सैंपल की जांच करने की मांग (लीड-1)
लाहौर, 15 जुलाई (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाए गए पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने मंगलवार को आईपीएल से अपने बी-सैंपल की जांच की मांग की।
खेल वेबसाइट 'क्रिकइंफो' के मुताबिक आसिफ के वकील शाहिद करीम ने औपचारिक तौर पर आईपीएल को इस बात की सूचना दे दी है।
ऐसा माना जा रहा है कि तकनीकी कारणों से आसिफ इस मामले में बच सकते हैं। इसका कारण यह है कि डोपिंग निरोधी विश्व संस्था (वाडा) के अनुसार किसी भी खिलाड़ी का नाम तब तक आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं किया जाना चाहिए, जब तक उसके बी-सैंपल की जांच पूरी नहीं हो जाती।
आईपीएल ने हालांकि इस मामले में जल्दबाजी दिखाते हुए बी-सैंपल की जांच का काम पूरा होने से पहले ही आसिफ के दोषी होने की घोषणा कर दी।
करीम ने बताया, "आईपीएल को बी-सैंपल की जांच से पहले आसिफ के नाम की घोषणा नहीं करनी चाहिए थी। वाडा के नियम के मुताबिक बी-सैंपल की जांच का काम या तो आसिफ की मौजूदगी में होनी चाहिए या फिर उनके वकील या फिर चिकित्सक की मौजूदगी में।"
वाडा की आचार संहिता की अनुसूची 7.2 में भी खिलाड़ी को बी-सैंपल की जांच कराने का अधिकार दिया गया है।
अनुसूची 7.1 और 7.2 में साफ तौर पर लिखा है कि जब तक बी-सैंपल की जांच का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक खिलाड़ी के दोषी होने की आधिकारिक घोषणा नहीं की जानी चाहिए।
करीम ने आगे कहा, "वाडा के नियमों की अनदेखी करना आईपीएल के खिलाफ जा सकता है। इससे आसिफ को फायदा होगा। अगर उनके वकील मामले को ठीक से संभाल सके तो आसिफ की जीत भी हो सकती है।"
इस बीच, आसिफ ने खुद को पूरी तरह निर्दोष बताया। पाकिस्तान के अंग्रेजी समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक आसिफ ने कहा कि वे इस घटना को लेकर आश्चर्यचकित हैं क्योंकि आईपीएल के दौरान चोटिल होने के कारण वह दवाएं लेने के मामले में जरूरत से ज्यादा सावधानी बरत रहे थे।
आसिफ ने कहा, "मैं हैरान हूं। मैं किसी भी तरह की प्रतिबंधित दवा के सेवन को लेकर काफी सावधानी बरत रहा था। मैंने किसी प्रकार की प्रतिबंधित दवा का सेवन नहीं किया है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं।"
आसिफ ने आशा जताई कि इस मुसीबत की घड़ी में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) उनकी मदद करेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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