'इज्जत' के लिए बेटी-दामाद की हत्या
बालाह गांव में तलाकशुदा 27 वर्षीय जसबीर सिंह के साथ रहने वाली सुनिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसके पिता ही उसे और उसकी पति हत्या कर देंगे। सुनिता गर्भवती थी। इस पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है।
जसबीर और सुनिता की हत्या के बाद इनके शवों को घर के बाहर फेंक दिया गया। इस कदम से सुनिता के परिवार वालों ने यह संदेश देना चाहा कि समाज में इस प्रकार के कदम बर्दास्त नहंी किए जाएंगे। जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सुनिता के पिता ओमप्रकाश ने पहले अपनी बेटी और दामाद का अपहरण किया और फिर शुक्रवार को इन दोनों की हत्या कर दी।
करनाल के पुलिस अधीक्षक ए. एस. चावला ने कहा कि ओमप्रकाश और 28 अन्य के विरूद्ध हत्या और साजिश रचने का मुकदाम दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी ओर सुनिता परिवार वालों को इस हत्याकांड को लेकर कोई दुख नहीं है। सुनिता की मां रोशनी देवी अपने पति और अन्य द्वारा उठाए गए कदम का समर्थन करती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।