लाल मिर्च की कीमतों में लगी आग
नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। एशिया की सबसे बड़ी लाल मिर्च की मंडी गुंटूर में शनिवार लगी आग की वजह से इसकी कीमतों में तेजी जारी है। गुंटूर मंडी के पूरी तरह जलकर खाक हो जाने की वजह से हाजिर कारोबार जहां पूरी तरह से ठप है।
नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। एशिया की सबसे बड़ी लाल मिर्च की मंडी गुंटूर में शनिवार लगी आग की वजह से इसकी कीमतों में तेजी जारी है। गुंटूर मंडी के पूरी तरह जलकर खाक हो जाने की वजह से हाजिर कारोबार जहां पूरी तरह से ठप है।
उधर घरेलू वायदा बाजार एनसीडीईएक्स में लाल मिर्च की कीमतों में बढ़त जारी है। एनसीडीईएक्स में सोमवार को लाल मिर्च का वायदा 200 रुपये प्रति 100 किलो चढ़ा।
इससे पूर्व सप्ताहांत लगी आग में हुए नुकसान के संबंध में तरह-तरह की चर्चा बाजार में गर्म है। कमोडिटी विशेषज्ञ मीनाक्षी शर्मा के अनुसार कोराबारी फिलहाल नुकसान के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। तेजड़िए जहां नुकसान को ज्यादा कर बता रहे हैं वहीं, मंदड़िए इसे घटाकर बता रहे हैं। आधिकारिक बयान में हालांकि 2.5 लाख बोरी लाल मिर्च के जलने की बात कही गई है।
एनसीडीईएक्स से जुड़े सूत्रों के अनुसार आग लगने की घटना में एनसीडीईएक्स के कुल 10 गोदामों में कोई नहीं जला है। इन गोदामों में फिलहाल एक हजार टन लाल मिर्च का स्टाक है।
अन्य कारोबारियों के अनुसार एक तो पिछले दो महीनों में प्रतिकूल मौसम की वजह से ऐसे ही 20 फीसदी फसल का नुकसान हो चुका है दूसरे इस घटना से आपूर्ति और भी प्रभावित होगी।
बाजार विशेषज्ञ बता रहे हैं कि आने वाले दिनों में लाल मिर्च की कीमतों में और 300 रुपये प्रति 100 किलो तक की तेजी आ सकती है।
इससे पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी ने रविवार को प्रभावित मंडी का दौरा किया और विपणन आयुक्त ए. आर. कुमार की अध्यक्षता में दुघर्टना की जांच के लिए एक कमेटी की घोषणा की। कमेटी दुर्घटना की वजह और नुकसान के बारे में 7 मई को सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के अध्यनोपरांत मंत्रियों का समूह राहतों और रियायतों की घोषणा 8 मई को करेगा।
एनसीडीईएक्स में लाल मिर्च के जून वायदा में सोमवार को कारोबार की शुरुआत से लेकर अंत तक ऊपरी सर्किट लगा रहा। एनएसीडीईएक्स में लाल मिर्च का बेंचमार्क जून वायदा 197 रुपये चढ़कर 5,115 रुपये प्रति 100 किलो बंद हुआ। जबकि अगस्त और अक्टूबर वायदा में क्रमश: 213 और 222 रुपये प्रति 100 किलो की तेजी आई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।