विज्ञापनों में असली मुद्दों से बचती हैं वाहन कंपनियां
सिडनी, 6 मई (आईएएनएस)। मनमोहक विज्ञापनों से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली कार कंपनियां वाहनों के बारे में पूरा सच नहीं बताती हैं। गौरतलब है कि जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ग्रीन हाउस गैसों में कारों का बहुत अधिक योगदान होता है।
ओटागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 2001-2005 तक दो प्रमुख पत्रिकाएं नार्थ एंड साउथ और मैट्रो में प्रकाशिकत 514 वाहन के विज्ञापनों का विश्लेषण किया।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि सिर्फ तीन फीसदी विज्ञापन में ईधन की बचत का जिक्र होता है जबकि सिर्फ चार फीसदी विज्ञापनों में वायु प्रदूषण और ग्रीन हाउस गैसों के बारे में जानकारी होती हैं।
अध्ययन के सह लेखक निक विल्सन ने बताया, "वाहन निर्माता कंपनियां उन मुद्दों पर अपना मुंह बंद रखती हैं जिससे पूरा विश्व प्रभावित हो रहा है। कंपनियों उपभोक्ताओं को सही जानकारी नहीं देती है उन्हें सिर्फ अपने उत्पादों की बिक्री से मतलब होता है।"
उन्होंने बताया कि वाहन कंपनियों की वेबसाइट पर दो-तिहाई जानकारियां ईंधन की बचत की होती हैं जबकि 41 फीसदी जानकारियां छूट के आफर के बारे में होती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।