गुरुदेव के नोबेल पदक का चोर ढाका में नहीं: बांग्लादेश
ढाका, 6 मई (आईएएनएस)। भारत के उत्तर पूर्वी इलाके में सक्रिय आतंकवादी संगठन का प्रमुख और गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर को मिले नोबेल पदक को चुराने का आरोपी जीबोन सिंह बांग्लादेश में नहीं है। यह जानकारी बांग्लादेश की गुप्तचर शाखा ने दी है।
देश के त्वरित कार्रवाई दल (आरएबी) के अतिरिक्त महानिदेशक(एडीजे) कर्नल गुलजार उद्दीन अहमद ने सोमवार को एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा, "हम लोगों ने ऐसे सभी स्थानों की जांच कर ली है जहां जीबोन के छुपे होने की आशंका थी लेकिन उसे नहीं ढूंढा जा सका है।"
उन्होंने कहा, "हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है जिससे यह पता चले की वह बांग्लादेश में ही छुपा है। इसके बावजूद उसे ढूंढने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।"
दोनों देशों के बीच एक दूसरे के अपराधियों को सौंपे जाने से जुड़ी आपसी समझ के चलते बांग्लादेश में लगातार जीबोन की तलाश की जा रही है।
'द डेली स्टार' नामक अखबार ने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने प्रस्ताव रखा था कि वह जीबोन के बदले कई बांग्लादेशी अपराधियों को सौंपने को तैयार है।
उत्तर पूर्वी राज्य में सक्रिय कामतापुर लिबरेशन संगठन (केएलओ) के प्रमुख जीबोन को आरएबी और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारी लगातार ढूंढ़ रहे हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के सीआईडी ने गत दिसंबर को ही नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार करने और सौंपने के लिए पत्र लिखा था।
गौरतलब है कि रवींद्रनाथ को साहित्य के लिए मिले इस पदक को पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन में स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय से चुरा लिया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।