विटामिन 'डी' की कमी पैदा करती है उदासी
लंदन, 6 मई (आईएएनएस)। एक अध्ययन के अनुसार अधिक उम्र के लोगों में विटामिन डी की कमी के कारण निराशा और उदासी बढ़ती है।
अधिक उम्र में अकेले रहने वाले 13 प्रतिशत लोगों में निराशा की भावना अधिक देखने को मिली है। शोध के अनुसार विटामिन डी की कमी के कारण उनमें न सिर्फ निराश की भावना बढ़ी है, बल्कि अन्य मनोरोग होने की आशंका बढ़ जाती है।
अध्ययनकर्ताओं के अनुसार विटामिन डी की कमी का कारण सूरज की रोशनी में कम जाना, अलग तरह के घरों में रहना या अजीब परिधान पहनना है। इससे व्यक्ति को निराशा घेर लेती है।"
"विटामिन डी की कमी के कारण सीरम पैराथायराइड हारमोन के स्तर में बढ़ोतरी होती है। पैराथायराइड ग्रंथियों के अतिसक्रिय हो जाने से निराशा बढ़ती है। इलाज से इसे दूर किया जा सकता है।"
यह अध्ययन नीदरलैंड के 'वीयू यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर' के विटी जे. जी. हूगेनडिज्क व उनके सहकर्मियों ने किया। अध्ययन के तहत 65 से 95 वर्षीय 1,282 लोगों के रक्त में विटामिन डी और पैराथायराइड हार्मोन की जांच की।
उनमें से 26 को बहुत ज्यादा निराश, 169 को कम निराश और 1,087 को बिल्कुल भी निराश नहीं पाया गया। साधारण लोगों की तुलना में ऐसे लोगों के विटामिन डी स्तर में 14 प्रतिशत की कमी पाई गई।
साधारण लोगों की तुलना में कम निराश लोगों में थायराइड स्तर पांच प्रतिशत और ज्यादा निराश लोगों में 33 प्रतिशत अधिक पाया गया है।
यह जानकारी 'आर्काइव्स ऑफ जनरल साइकाइट्री' के मई अंक में प्रकाशित की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।