ट्रेनों की सही भौगोलिक स्थिति जानने के लिए जीपीएस
नयी दिल्ली 14 मार्च .वार्ता. उपग्रह चित्रित रेल संचालन प्रणाली/सिमरन/ की पायलट परियोजना इस माह के अंत तक पूरा होने के बाद इसे भारतीय रेल नेटवर्क में स्थापित किया जा सकता है
ऐसी प्रणालियां हवाई जहाजों समुद्री पोतो और प्रौद्योगिकीवाहनों आदि के संचालन का पता लगाने के लिए किया जाता है
रेल राज्य मंत्री आर वेलु ने आज राज्य सभा में प्रश्न के एक लिखतउत्तर में यह जानकारी देते हुए कहा कि यह परियोजना ग्लोबलपोजीशनिंग सिस्टम /जीपीएस/ पर आधारित है और इसके विकास मेंअभिकल्प एवं मानक संगठन. लखनऊ तथा भारतीय प्रौद्योगिकीसंस्थान. कानपुर शामिल है
पायलट परियोजना यात्रियों को सही समय पर सूचना देने के लिएहार्डवेयर तथा साफ्टवेयर के विकास के लिए स्वीकृत की गयी है
इसकी मदद से यात्रियों तथा आम जनता को स्टेशनों पर डिस्पलेबोडो के माध्यम से गाडी के चालन के बारे में सही समय पर सूचना देनेकी प्रौद्योगिकी. इंटरएक्टिव वायस स्पिांस प्रणाली. शार्ट मैसेज सर्विसतथा इंटरनेट सेवा दी जा सकती है
मनोहर शेखर रामलाल1338.जारी.वार्ता.
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