नागर विमानन.पेट्रोलियम में विदेशी पूंजी का आना आसान हुआ
नई दिल्ली 30 जनवरी.वार्ता.सरकार ने नागर विमानन.पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस.जिंस बाजार और कुछ खास किस्म के खनिजों के खनन जैसे अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रो में विदेशी पंूजी कीभागीदारी की सीमा बढाने का आज फैसला किया
नागर विमानन में गैर नियमित.चार्टड और कागो एयरलाइन कंपनियों में निवेश की 74 प्रतिशत की नई सीमा तय की गई जबकि सरकारी तेल रिफायनरियों और विदेशी फमो के लिए विदेशी पंूजी की सीमा मौजूदा 26 से बढा कर 49 प्रतिशत कर दी गई
प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया1सूचना एवं प्रसारण मंत्री पि्रयरंजन दासमुंशी ने संवाददाताआें को बताया कि मंत्रिमंडल ने नागर विमानन.पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस.जिंस बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति की समीक्षा की तथा इसे और उदार बनाए जाने की मंजूरी दे दी
रिफायनरियों के लिए विदेशी पंूजी की सीमा बढाए जाने के फैसले के साथ यह भी तय हुआ कि अब परियोजनाओं को विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड द्वारा मंजूरी दी जा सकेगी
जिंस बाजारों में 49 प्रतिशत तक विदेशी हिस्सेदारी की अनुमति दी गई है जबकि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 26 प्रतिशत तक हो सकेगा1विदेशी संस्थागत निवेशक 23 प्रतिशत तक हिस्सा रख सकेंगे
क्रेडिट सूचना कंपनियों में विदेशी पंूजी की सीमा 49 प्रतिशत तय की गई जबकि टिटेनियम के खनन में शत प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हो सकेगा
संपादक..शेश पूर्व प्रेषति से जोड लें
रवि.मनोहर.पांडये.राणा 1840वार्ता