प्रांतीय. हरियाणा बहादुर बच्चे दो अंतिम चंडीगढ..
र बच्चे दो अंतिम चंडीगढ.. फ्रीदाबाद का सात वर्षीय मास्टर अंकित राय राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार प्राप्त करने वाला हरियाणा का चौथा बच्चा है1 उसका फ्िरोती के लिए अपहरण कर लिया गया था. लेकिन वह अपने अपहरणकर्ताओं के चुंगल से बच निक लने में सफ्ल रहा1 फ्रीदाबाद की संजय कालोनी में रहने वाले अंकित का अपहरण छह अप्रैल 2007 को सात लाख रूपये की फ्िरौती के लिए किया गया था1 उसके माता पिता द्वारा अपहरणकर्ताओं की मांग को पूरा करने से मना करने पर अपहरणकर्ताओं ने उसे रस्सी के साथ रेलवे ट्रैक से बांध दिया
जब अंकित को होश आया. तो वह अपनी टांगें तथा दायां हाथ खोलने में सफ्ल हो गया. लेकिन उसका बायां हाथ चलती ट्रेन के नीचे आ गया1 उसके अदम्य साहस एवं बहादुरी तथा सूबू के लिए उसके नाम की सिफ्ारिश राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार के लिए की गयी1 मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इस बहादुर बच्चे की मदद के लिए 51000 हजार रूपये का चैक दिया है1 प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी मास्टर अंकित को एक लाख रूपये का सहायता अनुदान दिया है1 जिला सोनीपत के गांव बलिकुतुबपुर के 15 वर्षीय मास्टर अमरजीत ने उस समय स्कूल के बच्चों की जान बचाने के लिए अदम्य साहस का परिचय दिया जब पहली अगस्त 2006 को उनकी बस पश्चिम यमुना नहर में गिर गई थी1 दसवीं कक्षा का छात्र मास्टर अमरजीत भी उसी बस में सफ्र कर रहा था1 अपनी जान की परवाह किए बिना उसने तीन बच्चों की जान बचाई तथा गंभीर रूप से घायल ब च्चों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की
ग्यारहवीं कक्षा में पडने वाली क ुमारी बबीता भी उसी बस में सफ्र कर रही थी तथा उसने भी अदम्य साहस दिखते हुए अपने दुपट्ठे की मदद से छह बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया1 इन दोनों बहादुर बच्चों मास्टर अमरजीत तथा कुमारी बबीता को उनके अदम्य साहस के लिए 15 अगस्त 2006 को राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया था
नवानी देवेन्द्र जगबीर1736वार्ता