चुनाव.उपचुनाव असर म प्र दो अंतिम भोपाल..
र म प्र दो अंतिम भोपाल.. प्रेक्षकों का मानना है कि खरगोन में व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं की दृष्टि में श्री मोघे की छवि बेहतर थी लेकिन लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों में सात पर काबिज भाजपा विधायकों के खिलाफ जन असंतोष श्री मोघे के खिलाफ गया
पर्यवेक्षकों के अनुसार इस पराजय का एक सबक भाजपा के लिए यह भी है कि देश में मध्यावधि चुनाव की सुगबुगाहट के बीच उसे दल के जनप्रतिनिधियों के पक्ष और विपक्ष में जन भावना का आकलन पूरी सतर्कता से करना चाहिए
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की पराजय खरगोन की तरह अप्रत्याशित नहीं कही जा सकती है1भारतीय जन शक्ति से भाजपा में आए संतोष मालवीय को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद ही वहां पार्टी में असंतोष के स्वर बुलंद हुए थे1इससे पूर्व शिवपुरी विधानसभाउपचुनाव में कांग्रेस से भाजपा में आए उम्मीदवार पर भरोसा जता कर हार का स्वाद चखने वाली भाजपा अब भविष्य में शायद इस तरह की प्रयोगधर्मिता से बचेगी1 डंपर खरीदी मामले को लेकर पहले ही विपक्ष का निशाना बने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए यह पराजय और मुश्किले खडी कर सकती है1इससे पूर्व सीधी लोकसभा तथा शिवपुरी और लांजी विधानसभा उपचुनावों में हार के बाद भाजपा के लिए सतर्क रहने की घंटी बजी थी लेकिन खरगोन और सांवेर की पराजय ने निश्चित रूप से भाजपा तथा श्री चौहान के माथे पर चिंता की लकीरों को और गहरा किया है
द्विवेदी शिव रामलाल1620वार्ता