शेयर बाजार में विदेशी निवेश जारी रहेगाः वित्तमंत्री
नई दिल्ली, 13 नवंबरः वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि आज कहा पार्टिसिपेट्री नोट (पीएन) पर शिकंजा कसने के बाद देश के शेयर बाजार में विदेशी धन की बाढ़ को हल्का करने के लिए किसी और नए उपाय को लागू करने का फिलहाल कोई विचार नहीं है.
चिदंबरम ने पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) द्वारा आयोजित वार्षकि-आर्थिक संपादकों के तीन दिन के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि सेबी द्वारा हाल में उठाए गए कदमों का विदेशी पूंजी के प्रवाह पर असर दिखने में कुछ समय लगेगा. उल्लेखनीय है कि सेबी ने पिछले माह के आखिरी सप्ताह में पीएन के जरिए निवेश को नियंत्रित करने के कई उपाय लागू करने की घोषणा की.
पीएन विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा प्रचलित ऐसे निवेश उत्पाद है जो घरेलू बाजार के शेयरों को आधार बना कर विदेशी निवेशकों को बेचे जाते हैं. इनमें निवेश करने वालों की पहचान सेबी जैसी नियामक संस्थाओं के सामने प्रकट नहीं की जाती थी. चिदंबरम ने कहा कि विदेशी पूंजी की आवक में तेजी ऐसी पूंजी को पचाने की भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता की परीक्षा है.
इस सवाल पर कि क्या विदेशी निवेश के प्रवाह को हल्का करने को लेकर सरकार के मन में निवेश की कोई खास सीमा है तो वित्तमंत्री ने कहा कि इस तरह की कोई मात्रा निर्धारित नहीं की जा सकती क्योंकि बाजार की स्थितियां निरंतर बदलती रहती है.
चिदंबरम ने कहा कि मोटे तौर पर विदेशी निवेश पचाने की क्षमता विदेशी लेन-देन के चालू खाते में घाटे के आकार पर निर्भर करता है. इस समय चालू खाते का घाटा जीडीपी के 1.3 प्रतिशत के बराबर है. यदि विदेशी पूंजी की आवक इससे कम है तो इसका अर्थ है कि प्रवाह पचाया जा सकता है.