विदेश . पाक राष्ट्रपति संदेश तीन अंतिम . इसलामाबाद
उन्होंने हालात को बद से बदतर बनाने में मीडिया पर भी दोष मढते हुए कहा कि कुछ चैनलों ने नकारात्मक रवैया अपनाते हुए हुकूमत के काम में रोडे अटकाए1 उन्होंने कहा ..मीडिया को आजादी मैंने ही दी लेकिन अफसोस है कि मीडिया ने नकारात्मक सोच को रोकने में कोई मदद नहीं दी बल्कि उसे बढावा दिया1 मैं मानता हूं कि मीडिया को स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन इसके साथ ही कौम के प्रति उसे जवाबदेह होना भी जरूरी है1.. पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि देश की मौजूदा सूरतएहाल से आर्थिक विकास पर बुरा असर पड रहा है1 निवेशक यहां अपना पैसा लगाने से कतरा रहे हैं1 पिछले सात सालों में पाकिस्तान ने हर क्षेत्र में तरक्की की है1 अवाम कट्टरपंथियों की हरकतों से तंग है
अपने संदेश के आखिर में जनरल मुशर्रफ ने कहा ..पाकिस्तान मेरी रूह में है. खून में है और मेरे दिल में बसता है1 इसे नीचे जाते मैं देख नहीं सकता1.. उन्होंने कहा ..मुल्क की बेहतरी के लिए अगर जान का नजराना पेश करना पडा तो मेरी जान हाजिर है1 मैंने हथियार डालना नहीं सीखा1 मैं हर हाल में मुकाबला करना जानता हूंू और आखिरी सांस तक मुकाबला करता रहूंगा1.. उन्होंने अवाम से सहयोग का आह्वान करते हुए कहा ..अगर आपका साथ रहा तो इंशाअल्ला मुल्क को फिर से आगे ले जाएंगे1..प्रकाश .निर्मल प्रेम .0145वार्ता