विदेश.पाक.राष्ट्रपति संदेश.दो.इस्लामाबाद
न्यायपालिका पर हमला करते हुए पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि अदालतें कार्यपालिका और विधायिका के कायों में हस्तक्षेप कर रही हैं1 वरिष्ठ अधिकारी अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं और उन्हें बेइज्जत किया जा रहा है
उन्होंने कहा ..सुरक्षा बलों का मनोबल बुरी तरह गिरा हुआ है और वे नाउम्मीदी के शिकार हैं1 उनके अधिकारी कोई भी काम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं1 विधायिका द्वारा बनाए जा रहे कानूनों को अदालतों में चुनौती दी जा रही है1.. जनरल मुशर्रफ ने कहा ..देश में लोकतंत्र स्थापित करने की राह में रोडे अटकाए जा रहे हैं1 मैं हर हाल में देश में लोकतंत्र स्थापित करना चाहता हूं1 इसके लिए मैंने एक विस्तृत योजना बनाई थी1 पहले चरण में 1999..2002 के दौरान देश पर मेरा नियंत्रण रहा1 दूसरे चरण में 2002..2007 तक देश में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार थी1 पहली दफा सीनेट. नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबलियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है1.. उन्होंने कहा ..देश में लोकतंत्र स्थापित करने का तीसरा और अंतिम चरण दो.तीन महीनों में पूरा हो जाएगा1 राष्ट्रपति चुनाव हो चुका है और अगले कुछ महीनों में आम चुनाव होंगे तथा उसके बाद एक चुनी हुई सरकार बनेगी तथा देश पूर्ण लोकतंत्र की आेर बढेगा1..प्रकाश . निर्मल प्रेम .0140जारी वार्ता