उ.प्र. के विभाजन का मुद्दा सूबे को कमजोर करने की साजिश
मेरठ. 31 अक्टूबर.वार्ता. समाजवादी पार्टी .सपा. मुखिया एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने राज्य का विभाजन कर छोटे..छोटे सूबों के गठन के मुद्दे को प्रदेश की राजनीतिक शक्ति को कमजोर करने का प्रयास आज करार दिया
सपा के प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने यहां आए श्री यादव ने पत्रकारों से कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से छोटे राज्यों को मुश्किल दौर का सामना करने में दिक्कतें होती हैं
उन्होंने कहा ..उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर सिर्फ एक बार नक्सली हमला हुआ था और बड़ा राज्य होने के कारण अधिक शक्तिशाली होने की वजह सेे वह ऐसी घटनाओं को रोकने में कामयाब रहा जबकि छत्तीसगढ़ औरारखंड जैसे छोटे राज्य नक्सलवाद कीसमस्या से अब भी जू रहे हैं1.. सपा उत्तर प्रदेश को विभाजित करके पृथक पूवाचल ् बुदेलखण्ड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गठन का विरोध कर रही है जबकि राज्य की पूर्ववर्ती मुलायम सिंह यादव सरकार में उसके सहयोगी रह चुका राष्ट्रीय लोकदल .रालोद. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को मिलाकरैहरित प्रदेश ै का गठन किये जाने की जोरदार मांग कर रहा है
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मायावती ने गत नौ अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित बसपा की रैली में केन्द्र के पहले करने की स्थिति में उत्तर प्रदेश का विभाजन करके पूवांचल ् बुंदेलखण्ड तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गठन का समर्थन करने की घोषणा क ी थी
राज्य में सपा के शासनकाल में किसानों की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए श्री यादव ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती सरकार ने गन्ना उत्पादकों की मदद से 28 चीनी मिलें स्थापित की थी मगर केन्द्र सरकार द्वारा चीनी का निर्यात बंद कर देने की वजह से स्थानीय बाजारोंमें चीनी की अधिकता हो गई थी
सलीम सुमन रामलाल2339वार्ता