रेलवेे सुरक्षा बल में पूर्व.सैनिक जोडे जाएंगे
नयी दिल्ली 14 अक्टूबर .वार्ता. रेलवे स्टेशनों पर आतंकवादी हमलों के बढते खतरे के मद्देनजर स्टेशनों और रेल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल .आरपीएफ. में भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं लेने की योजना बनायी जा रही है
रेल राज्य मंत्री आर वेलू ने बीते महीने संसद में जानकारी दी थी कि महानगरों के 17 स्टेशनों समेत कुल 185 रेलवे स्टेशन आतंकवादियों के निशाने पर हैं1 इसलिए इन स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढायी जाएगी1 साथ ही वहां एक्स रे मशीन. क्लोज सकिट टेलीविजन. खोजी कुत्ते आदि की व्यवस्था की जा रही है1 शुरूआती चरण में कोलकाता के चितपुर टर्मिनल और राष्ट्रीय राजधानी के पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक्सरे मशीन और क्लोज सकिट टीवी लगा दिये गए हैं1 विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे ने 29 अन्य स्टेशनों पर भी ऐसी मशीन लगाने के आदेश दे दिये हैं
रेल मंत्री के इस खुलासे के बाद आरपीएफ् के सामने विकट स्थिति पैदा हो गयी है क्योंकि इसके पास देश भर में कुल 60 हजार ही जवान हैं जबकि 10 हजार जवानों के पद खाली हैं1 रेल प्रशासन चाह कर भी तुरंत इतने जवानों की भर्ती कर उन्हें प्रशिक्षित नहीं कर सकता है1 इसलिए अवकाश प्राप्त सैनिकों .एक्स सर्विसमैन. को अनुबंध के आधार पर रखनें पर विचार किया गया और इस पर सैद्धांतिक सहमति बन गयी है1 अब इसके तौर तरीकों पर चर्चा हो रही है
आरपीएफ् का काम.मुख्य कोर एवं अन्य नान कोर दो वगार्ंें में बांटा गया है1 रेलवे स्टेशन. रेलगाडियां. रेलवे की महत्वपूर्ण संपत्ति एवं नकदी तथा यात्रियों की सुरक्षा बल का मुख्य कार्य है जबकि रेलवे के आवासीय परिसरों. अस्पतालों. विभिन्न तरह के संस्थानों एवं कार्यालयों की सुरक्षा अन्य कार्य क े अंतर्गत आती है1 वर्तमान में करीब 25 हजार जवान ऐसे केन्द्रेतर क्षेत्र में तैनात हैं1 रेलवे की योजना इन 25 हजार जवानों को मुख्य केन्द्रीय काम में लगाने की है और उनकी जगह भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जाएंगी1 शिशिर मनोहर सुरेश प्रकाश1037वार्ता