Fake: RBI ने SBI के 'आधार' आधारित भुगतान सर्वर (AePS) को बंद नहीं किया है
नई दिल्ली- सोशल मीडिया पर एक मैसेज बहुत वायरल हुआ है कि रिजर्व बैंक ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 'आधार आधारित भुगतान सर्वर' को निलंबित कर दिया है। लेकिन, हमने फैक्ट चेक में पाया है कि ये खबर पूरी तरह से फर्जी और निराधार है। रिजर्व बैंक ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है और इस तरह का फर्जी मैसेज सिर्फ लोगों को डराने के लिए वायरल किया जा रहा है।(तस्वीर प्रतीकात्मक)

सोशल मीडिया पर दावा
सोशल मीडिया पर जो मैसेज दिया जा रहा है कि उसमें दावा किया जा रहा है कि अब स्टेट बैंक के आधार आधिरत भुगतान सर्वर (AePS)के जरिए आप पैसे नहीं निकाल सकेंगे। क्योंकि, रिजर्व बैंक ने स्टेट बैंक के इससे जुड़े सर्वर को अस्थायी तौर पर फ्रीज कर दिया है। मैसेज के मुताबिक यह सर्वर 14 अप्रैल तक डाउन रहेगा और इस दौरान अगर कोई इस सुविधा के उपयोग की कोशिश करता है तो उसके पैसे फंस सकते हैं, क्योंकि सर्वर डाउन चल रहा है।
फर्जी है संदेश
आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने ऐसी कोई गाइडलाइंस नहीं जारी की है और सोशल मीडिया पर स्टेट बैंक को लेकर चल रहा ऐसे संदेश पूरी तरह से जाली है। रिजर्व बैंक ने स्टेट बैंक के किसी सर्वर को बंद नहीं किया है। इसलिए आप इस तरह के फर्जी मैसेज पर बिल्कुल ही यकीन मत कीजिए।
'आधार' आधारित भुगतान सर्वर क्या है
एईपीएस एक पेमेंट सिस्टम है जो यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर का उपयोग कर आधार कार्डधारियों को वित्तीय लेनदेन की सुविधा उपलब्ध कराता है। इसके जरिए आप अपने खाते से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, भुगतान कर सकते हैं, पैसे जमा कर सकते हैं, पैसे निकाल सकते हैं और अपने बैंक बैलेंस की भी जानकारी ले सकते हैं। क्योंकि, यह आधार से जुड़ा है, इसलिए यह समाज के हर वर्ग को डिजिटल लेनदेन का सुरक्षित साधन मुहैया कराता है। आज की तारीख में लाखों लोग इन सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं, खासकर लॉकडाउन में तो यह बहुत ही कारगर साबित हो रहा है, इसलिए कुछ देश विरोधी ताकतें जनता में डर का माहौल बनाने के लिए इस तरह के फर्जी मैसेज फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
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