Fact Check: क्या वैक्सीन लगवाने के बाद एनेस्थेटिक लेना है सुरक्षित? जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई
नई दिल्ली, 17 जून: भारत में कोरोना महामारी की दो लहरें आईं और दोनों ने जमकर तबाही मचाई। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही तीसरी लहर भी आ सकती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन करके ही लोगों की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए देशभर में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान जारी है, लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जो खुद वैक्सीन नहीं लगवा रहे। साथ ही उससे जुड़ी अफवाहें सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं। हालांकि भारत सरकार इन पर सफाई देने के साथ ही झूठ फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
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व्हाट्सएप पर इन दिनों एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसका शीर्षक वैक्सीनेशन वार्निंग है। इसमें लिखा गया कि अगर किसी ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है, तो उसे किसी भी प्रकार का एनेस्थेटिक, यहां तक कि लोकल एनेस्थीसिया या डेंटिस्ट एनेस्थेटिक भी नहीं लेना है। ये मरीज के लिए खतरनाक हो सकता है। साथ ही टीका लगवाने वाले व्यक्ति को 4 हफ्तों तक इंतजार करना चाहिए। मैसेज भेजने वाले शख्स ने दावा किया कि उसका रिश्तेदार वैक्सीन लगवाने के कुछ दिन बाद ही डेंटिस्ट के यहां दांत दिखाने गया। जिसके चलते उसे एनेस्थेटिक दिया गया और उसकी तुरंत मौत हो गई।
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जैसे ही ये मैसेज व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर आया, लोग तुरंत इसे शेयर करने लगे। भारत सरकार के प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो ने जब मामले की जांच की तो सच्चाई कुछ और ही निकली। पीआईबी ने ट्वीट कर लिखा कि एक पोस्ट वायरल हो रही, जिसमें वैक्सीनेशन के बाद एनेस्थेटिक लेने पर जान का खतरा बताया जा रहा है। ये पोस्ट पूरी तरह से फेक है, क्योंकि अभी तक इस बारे में कोई भी वैज्ञानिक कारण नहीं बताया गया है। ऐसे में लोग इस अफवाह के चक्कर में ना पड़कर वैक्सीन तुरंत लगवाएं।
Fact Check
दावा
वैक्सीन लगवाने के बाद एनेस्थेटिक लेना सुरक्षित नहीं
नतीजा
पोस्ट में किया गया दावा गलत, कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं