बुध वक्री 30 जनवरी से, 4 फरवरी से बनेगा पंचग्रही योग
Mercury retrograde from January 30: जनवरी अंत और फरवरी के प्रथम सप्ताह में बुध में बड़े परिवर्तन होने जा रहे हैं। मात्र कुछ दिनों के अंतराल से बुध वक्री हो रहा है, राशि परिवर्तन कर रहा है और अस्त भी हो रहा है। बुध के इतने परिवर्तनों का आप पर क्या होगा असर यह सवाल सभी के मन में है। हम विस्तार से इस बारे में जानेंगे। वर्तमान में बुध कुंभ राशि में गोचर कर रहा है। यह 30 जनवरी 2021 शनिवार को रात्रि 9 बजकर 25 मिनट से कुंभ राशि में वक्री हो रहा है। इसके बाद 2 फरवरी को पश्चिम में अस्त हो जाएगा और उसके बाद 4 फरवरी को वक्री अवस्था में ही मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा। मात्र 6 दिन की अवधि में बुध बड़े परिवर्तनों से गुजरने वाला है। बुध ज्ञान, बुद्धि, विवेक, निर्णय क्षमता, बौद्धिक कार्य, व्यापार-व्यवसाय, शिक्षा का ग्रह होता है। इसका संबंध प्रकृति, पर्यावरण और हरियाली से भी है। बुध 22 फरवरी 2021 को प्रात: 6.20 बजे मार्गी हो जाएगा। बुध के इतने परिवर्तनों के कारण मनुष्य, जीव-जंतुओं, पर्यावरण आदि पर क्या होगा असर आइए विस्तार से जानते हैं।
राशियों पर असर
- मेष : मेहनत अधिक करना होगी। कार्य को गति देने का प्रयास करें। धन वृद्धि होगी।
- वृषभ : भाग्य का साथ मिलेगा। आय बढ़ेगी। स्वास्थ्य सुधार होगा। लाभ होगा।
- मिथुन : अष्टम में पंचग्रही योग बनेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। निवेश से लाभ होगा।
- कर्क : वैवाहिक, साझेदारी के कार्यो में सतर्क रहें। निर्णय क्षमता प्रभावित होगी। निवेश से बचें।
- सिंह : समस्याएं कम होंगी। आय बढ़ेगी। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। बड़ा निर्णय लेंगे।
इन्हें मिलेगा लाभ ही लाभ
- कन्या : सुख-सम्मान में वृद्धि, शिक्षा में लाभ, धन आगमन, बौद्धिक कार्यो से लाभ।
- तुला : भौतिक सुख वृद्धि, कारोबार वृद्धि, धनागम, स्वास्थ्य सुख।
- वृश्चिक : पैतृक संपत्ति प्राप्ति, धन लाभ, संतान सुख, प्रेम प्राप्ति।
- धनु : धन लाभ, नवीन कार्य की प्राप्ति, भौतिक संसाधन की प्राप्ति, स्वास्थ्य लाभ।
- मकर : मानसिक तनाव, चिंता, गलत निर्णय, व्यापार में लाभ, पैसों की आवक होगी।
- कुंभ : खर्च वृद्धि, अनावश्यक खर्च, आय सामान्य, मानसिक तनाव, स्वास्थ्य में गिरावट।
- मीन : आय में वृद्धि, संतान सुख, नया कारोबार, तरक्की, स्वास्थ्य लाभ।
4 से 12 फरवरी तक पंचग्रही योग
मकर राशि में चार ग्रह सूर्य, बृहस्पति, शनि और शुक्र चल रहे हैं। 4 फरवरी को इसी राशि में बुध के प्रवेश करने से पंचग्रही योग बनेगा। यह योग 12 फरवरी तक चलेगा। 12 फरवरी को सूर्य के कुंभ राशि में जाने के कारण यह पंचग्रही ये चतुर्ग्रही योग हो जाएगा। इसके बाद 20 फरवरी को शुक्र के कुंभ राशि में जाने से चतुर्ग्रही योग भी समाप्त हो जाएगा। पंचग्रही और चतुर्ग्रही योग का विपरीत प्रभाव उन लोगों पर ज्यादा रहेगा जिन्हें शनि की साढ़ेसाती चल रही है या जिनकी कुंडली में सूर्य पीड़ाकारी ग्रह के रूप में स्थित है। पंचग्रही योग के दौरान आय प्रभावित होगी। कार्यो की गति मंद होगी, व्यर्थ के वाद-विवाद और खर्च में बढ़ोतरी होगी।
क्या उपाय करें
बुध की प्रसन्नता और बुरे प्रभाव कम करने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा धनिया खिलाएं। स्वयं बुधवार के दिन हरी सब्जियों या हरे मूंग का सेवन न करें। पौधों की सेवा करें। तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी नियमित सेवा करें। भगवान श्री गणेश को प्रतिदिन दूर्वा अर्पित करें।
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